गूगल कंपनी को आज हर कोई जानता है. आज गूगल में लाखों लोग काम कर रहे हैं. लेकिन अपने एक एक्स एम्प्लॉय के लिए गूगल ने करोड़ों रुपये खर्च कर दिए हैं. कंपनी ने इस शख्स के ऊपर 22,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. चलिए जानते हैं आखिर ये शख्स कौन है और गूगल ने इसके पीछे करोड़ों रुपये खर्च क्यों किए ?
क्या आप जानते है ,आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में आए दिन नए-नए बदलाव हो रहे हैं. दुनिया की बड़ी-बड़ी टेक कंपनियां चाहती हैं कि वे ऐसे लोगों को अपनी टीम में लेकर आए जो इस इंडस्ट्री में उन्हें आगे बढ़ने में मदद करें. ठीक ऐसा ही कुछ गूगल के मामले में भी देखने को मिला है. Google ने 2.7 अरब डॉलर (लगभग 2,26,287 करोड़ रुपये) की डील के साथ एक शख्स को फिर से हायर किया है. गूगल ने AI जीनियस के नाम से मशहूर नोम शजीर (Noam Shazeer) को 2,26,287 करोड़ रुपयों में अपनी टीम में शामिल कर लिया.
कौन है नोम शजीर जानते है ।
नोम शजीर कोई नॉर्मल AI इंजीनियर नहीं हैं. जनरेटिव AI टेक्नोलॉजी को उनका बड़ा योगदान है. शजीर ने 2017 में सात दूसरे Google कर्मचारियों के साथ “Attention is All You Need” नाम से एक पेपर भी लिखा था. जिसने आज के AI को लॉन्च करने में बड़ी भूमिका निभाई. इस पेपर में Transformer मॉडल का जिक्र किया गया है, जिससे कई एडवांस AI एप्लिकेशन की नींव बन गया है. इसमें पॉपुलर ChatGPT और Google का Bard शामिल है.
शजीर ने 2021 में दो दशकों से ज्यादा समय तक Google में काम करने के बाद कंपनी छोड़ दी थी. इसका कारण था कि नोम शजीर के बनाए चैटबॉट को Google ने लॉन्च करने से मना कर दिया था. हालांकि, AI में तेजी से हो रहे बदलाव में गूगल की उनकी जरूरत फिर से महसूस हुई. Google ने लाखों करोड़ रुपये देकर नोम शजीर को फिर से हायर कर लिया है.
बता दें, नोम शजीर Character.ai प्लेटफ़ॉर्म के को-फाउंडर हैं. इसके मासिक एक्टिव यूजर्स की संख्या लगभग 20 मिलियन है.
नोम शजीर ने क्यों छोड़ा था गूगल ?
साल 2021 में नोआम ने अपने एक साथी के साथ मिलकर चैटबॉट बनाया था. लेकिन गूगल ने इसे रिलीज़ नहीं किया. जिससे नाराज होकर नोआम ने 21 साल काम करने के बाद नौकरी छोड़ दी. जिसके बाद उन्होंने खुद का स्टार्टअप शुरु किया. नोआम ने कैरेक्टर.एआई (Character.ai) नाम से अपना स्टार्टअप शुरू किया था.
आखिर गूगल फिर क्यों करना चाहता है नोम शजीर को हायर?
जैसा कि आप को पता होगा इस डिजिटल दुनिया में एआई की जरूरत बढ़ती जा रही है. ऐसे समय गूगल ने एआई की जरूरत और तकनीकी विकास को देखते हुए नोआम को फिर से हायर करने के बारे में सोचा है. गूगल ने नोआम की कंपनी 22000 करोड़ रुपए में खरीद ली है. अब कैरेक्टर.एआई की तकनीक गूगल के पास आ जाएगी और नोआम फिर से गूगल के लिए काम करेगा.
नोम शजीर को गूगल कितना पेमेंट देता है ?
बात किया जाए इनके वर्ष कि आय कि तो हम बता दे आप को गूगल इन्हे तकरीबन दस हजार करोड़ देता है , यहाँ लंबे समय तक काम कर चुके एक बेहद प्रतिभाशाली कर्मचारी को दोबारा नौकरी पर रखने के लिए गूगल ने पूरे 22000 करोड़ रुपए खर्च कर दिए हैं. जी हाँ, गूगल में 21 साल काम कर चुके नोआम शजीर ने 2021 में कंपनी छोड़ दी थी क्योंकि उनके द्वारा अपने एक साथी के साथ मिलकर बनाया गया चैटबॉट रिलीज़ नहीं किया गया था. इसके बाद उन्होंने कैरेक्टर.एआई नाम का एक स्टार्टअप शुरू किया. आज यह दुनिया के सबसे प्रभावशाली एआई स्टार्टअप्स में से एक है.
अब एआई तकनीक के विकास में एक बार फिर नोआम की ज़रूरत को समझते हुए गूगल ने उन्हें वापस लाने के लिए उनकी कंपनी को ही 22000 करोड़ रुपए में खरीद लिया है. इस सौदे के तहत कैरेक्टर.एआई की तकनीक गूगल के पास आ जाएगी और नोआम भी अब गूगल में ही काम करेंगे.
अब गूगल के लिए क्या करेंगे शजीर?
जैसा कि मै बता चुका हु ,इसे रिलीज न करने के पीछे गूगल ने सेफ्टी और फेयरनेस से जुड़ी चिंताओं का हवाला दिया था। अब गूगल में वापसी के बाद नोम शजीर कंपनी के नेक्स्ट जेनरेशन एआई मॉडल जेमिनी (Gemini) के अगले वर्जन को बनाने में कंपनी को लीड करेंगे। बचा दें कि गूगल ने जेमिनी एआई को ओपनएआई के चैटजीपीटी जैसे प्रतिद्वंद्वियों को चुनौती देने के लिए बनाया था। अब देखना यह है कि क्या शजीर को वापस लाकर गूगल चैटजीपीटी और माइक्रोसॉफ्ट के को-पायलट जैसे एआई मॉडल्स का मुकाबला कर पाएगी।
इतने पैसों में क्यों किया गया हायर ?
ऐसा बताया जाता है ,कई लोग जल्दी से यह कह सकते हैं कि शजीर को वापस लाने के लिए Google का 2.7 अरब डॉलर का सौदा इस बात का सबूत है कि टेक कंपनियां AI प्रतिभाओं को अपनी कंपनी में लाने के कितनी बेताब हैं. लेकिन यह केवल बेताबी नहीं है – यह एक स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट है. नोम शजीर केवल एक एम्प्लोयी नहीं हैं; वह एक स्टार क्वार्टरबैक हैं. दुनिया में उनके जैसे बहुत कम लोग हैं.
कई टेक एक्सपर्ट के मुताबिक Google का ये काफी स्मार्ट मूव है. Google, मेटा, Apple और OpenAI जैसी कंपनियां ऐसे लोगों पर बड़ा खर्च करती हैं. नोम शजीर का मामला अकेला नहीं है. Microsoft ने 650 मिलियन डॉलर का भुगतान किया है और मुस्तफा सुलेमान और करेन सिमोनियन को कंपनी में लाया गया है.