कौन हैं आतिशी मार्लेना जिन्हें अरविंद केजरीवाल के बाद बनाया गया दिल्ली का मुख्यमंत्री,

दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी को चुना गया है। अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी। उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और वर्तमान में शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, संस्कृति और पर्यटन मंत्री हैं।

आतिशी आप सरकार की कितनी करीब

दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी मार्लेना आम आदमी पार्टी की सीनियर नेताओं में से एक मानी जाती हैं। आतिशी ने सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की। बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। आतिशी फिलहाल दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। उनके पास दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग के साथ-साथ पीडब्ल्यूडी, संस्कृति और पर्यटन मंत्री के रूप में काम कर रही हैं। आतिशी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का खास माना जाता है।

कितनी पढ़ी लिखी हैं आतिशी मार्लेना

दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर विजय कुमार सिंह और त्रिप्ता वाही के घर जन्मी आतिशी ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल (Springdale School) से की। इसके बाद उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज में इतिहास की पढ़ाई की, जहां वह दिल्ली विश्वविद्यालय में पहले स्थान पर रहीं।

मध्य प्रदेश के गांव में बिता 7 साल आखिर क्यू ?

हम आप को ये भी बताना चाहेगे कि शिक्षा हासिल करने बाद समाज में बदलाव लाने का जुनून आतिशी को राजनीति में ले आया। उन्होंने मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में सात साल बिताए हैं, जहां वह जैविक खेती और प्रोग्रेसिव एजुकेशन सिस्टम से जुड़ी रहीं। उन्होंने वहां कई गैर-लाभकारी संगठनों के साथ काम किया, जहां आम आदमी पार्टी के सदस्यों से उनकी मुलाकात हुई।

क्या आप को पता है आतिशी के पास नहीं है कार

आतिशी मार्लेना ने अपने वहीं, हलफनामे में आतिशी के नाम से एक पांच लाख रुपये की हेल्थ इंशोरेंस पॉलिशी की भी जानकारी दी गई थी। इसके अलावा हलफनामे में आतिशी के पास कार नहीं होने की जानकारी भी दी गई थी। वहीं, घर के अलावा उनके नाम कोई कृषि भूमि भी नहीं होने की जानकारी दी गई थी। जिसकी जानकारी खुद आतिशी मार्लेना ने दिया है क्या ऐसा संभव है ।

आतिशी मार्लेना का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को दिल्ली में हुआ था। उनके माता-पिता, विजय सिंह और त्रिप्ता वाही, दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा स्प्रिंगडेल्स स्कूल, दिल्ली से पूरी की और फिर सेंट स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली से इतिहास में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से चेवेनिंग स्कॉलरशिप पर प्राचीन और आधुनिक इतिहास में मास्टर्स किया।

कितनी संपत्ति की मालकिन हैं आतिशी चलिए जानते है ?

दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी Atishi Net Worth एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति की मालकिन हैं। 2020 में चुनावी हलफनामे में आतिशी द्वारा बताया गया था कि उनके पास एक करोड़ से अधिक की संपत्ति हैं। साथ ही हलफनामे में बताया गया था कि उन पर किसी तरह की कोई देनदारी नहीं है।एसके अलावा उन्होंने ये भी बताया था की इसके अलावा इनके अलावा इनके पास कोई कार या कृषि से संबंधित और कुछ नहीं है ऐसा बताया है ,

कैसा रहा राजनीतिक करियर चलिए जानते है ?

आतिशी ने 2012 में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में कदम रखा और आम आदमी पार्टी की नींव रखने वाले लोगों में शामिल रहीं। पार्टी को आज इस मुकाम तक पहुंचाने में आतिशी का बड़ा योगदान है। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं। 2020 में उन्होंने कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता और विधायक बनीं। इसके बाद दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद वे शिक्षा मंत्री बन गईं।

कौन हैं आतिशी के पति ?

आतिशी के पति प्रवीण सिंह शिक्षाविद और रिसर्चर हैं। वो सद्भावना इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी जैसे संस्थानों के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई की है। इसके अलावा प्रवीण आईआईएम अहमदाबाद से पढ़े हैं। उन्होंने कई बड़े संस्थानों में काम किया है। वो अमेरिका की कंसल्टेंसी फर्म्स में सेवा दे चुके हैं। इसके बाद वो सामाजिक कार्यों में जुट गए। प्रवीण कॉलेज के दिनों से ही सामाजिक काम करते रहे हैं।

आतिशी मार्लेना गांव स्वराज के लिए साथ में कर चुके हैं काम

सूत्रों के अनुसार आतिशी और प्रवीण सिंह की मुलाकात दिल्ली में हुई। प्रवीण सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आते। लेकिन आतिशी और प्रवीण दोनों की मंजिल एक ही थी, सामाजिक कार्य। दोनों ने साथ में गांवों में सामाजिक काम किए हैं। दोनों ने ग्राम स्वराज के सिद्धांत में गांवों में जागरूकता लाने का काम किया। आतिशी ने प्रवीण के साथ मिलकर गांधीजी के ग्राम स्वराज के सपने को साकार करने के लिए मध्य प्रदेश में 2007 में एक कम्यून स्थापित किया। धीरे-धीरे दोंनो करीब आए और ये रिश्ता शादी में बदला। आतिशी और प्रवीण सिंह की शादी कुछ साल पहले हुई।

आतिशी मार्लेना के पति शिक्षा के जरिए सामाजिक बदलाव में जुटे हैं प्रवीण

सद्भावना इंस्टीट्यूट की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले बीस सालों से, वह पूरी तरह से ऐसे सामाजिक प्रयोगों में शामिल रहे हैं जो अनौपचारिक शिक्षा और समुदाय-आधारित पहल के जरिये व्यक्तिगत और सामाजिक बदलाव की संभावनाओं को तलाशते हैं। प्रवीण का मानना है कि आज के समाज में दो बड़ी खामियां हैं। पहली खामी हमारे विश्वदृष्टिकोण के स्तर पर है: यानी, खुशी/सफलता क्या है, एक योग्य इंसान कौन है, किस तरह का जीवन/समाज एक अच्छा समाज है, अपने साथी मनुष्यों और बाकी प्रकृति के साथ हमारा रिश्ता कैसा होना चाहिए, इन सब बातों पर हमारे क्या विचार हैं। दूसरी खामी है पूंजीवादी अर्थव्यवस्था। ये दोनों खामियां एक दुष्चक्र की तरह एक-दूसरे को प्रभावित करती हैं। उनका मानना है कि समाज को बेहतर बनाने का कोई भी प्रयास जो इन दोनों मुद्दों का समाधान एक साथ नहीं करता, वह पूरी तरह से विफल हो जाएगा।

योजनाओं पर तेजी से काम करने की कोशिश

आम आदमी पार्टी (आप) ने एक अहम मोड़ पर आतिशी को शीर्ष पद प्रदान किया है, क्योंकि पार्टी अगले साल की शुरुआत में दिल्ली विधानसभा चुनाव में ना केवल सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है, बल्कि वह चाहती है कि दिल्ली सरकार जन कल्याण से जुड़े लंबित नीतियों और योजनाओं पर तेजी से काम करे।
यह वजह है कि आतिशी को पद संभालने के बाद कड़ी मेहनत करनी होगी और मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना, इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2.0 और दहलीज पर सेवाओं की डिलीवरी जैसी अन्य योजनाओं के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए तेज गति से काम करना होगा।

मुश्किल दौर से गुजर रही थी दिल्ली सरकार आतिशी मार्लेना के आने से पहले

हालांकि, आतिशी के लिए ऐसी परिस्थितियों से जूझना कोई नई बात नहीं है। कैबिनेट में उनका शामिल होना भी तब हुआ जब पिछले साल केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा आबकारी नीति मामले में उपमुख्यमंत्री और दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भरोसेमंद मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद सरकार मुश्किल दौर से गुजर रही थी। सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन के इस्तीफे के बाद आतिशी, सौरभ भारद्वाज के साथ दिल्ली सरकार में शामिल हो गईं।

 

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