बिहार टीचर ट्रांसफर एक जटिल और बहुचर्चित मुद्दा है, जिसमें सरकार की नई नीति, शिक्षकों की मांगें, और प्रशासनिक चुनौतियाँ शामिल हैं। अब तक हजारों ट्रांसफर हो चुके हैं, लेकिन लाखों शिक्षक अभी इंतजार में हैं। प्रक्रिया में पारदर्शिता और तेजी लाने की मांग जोर पकड़ रही है, और जून 2025 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है।
प्रक्रिया की शुरुआत
- स्थानांतरण के लिए आवेदन प्रक्रिया 7 नवंबर, 2024 से शुरू हुई थी अभी तक मामला चल रहा है ।
- शिक्षकों को ई-शिक्षा कोष (e-Shiksha Kosh) पोर्टल पर अपनी टीचर आईडी से लॉगिन कर आवेदन करना था।
- आवेदन की अंतिम तिथि 15 दिसंबर, 2024 तक थी, हालांकि कुछ अपडेट्स में प्रक्रिया में बदलाव की बात सामने आई थी ।
बिहार टीचर: क्या है आवेदन और विकल्प
बिहार टीचर को अधिकतम 10 स्थानांतरण विकल्प देने की सुविधा थी, लेकिन पुरुष शिक्षकों के लिए 10 अनुमंडल विकल्प की सुविधा बाद में हटा दी गई।
महिला और दिव्यांग शिक्षकों को प्राथमिकता दी गई, जिसमें उनके पति की पोस्टिंग या गंभीर बीमारी जैसे आधार शामिल हैं।
दूरी के आधार पर प्राथमिकता:
महिलाओं के लिए 30-70 किमी तक विचार।
पुरुषों के लिए 50-100 किमी तक विचार।
30 किमी से कम (महिला) और 50 किमी से कम (पुरुष) को “Not OK” ऑप्शन चुनने का निर्देश।
क्या है ट्रांसफर की स्थिति (10 अप्रैल, 2025 तक)
- अप्रैल 2025 तक 12,683 शिक्षकों का स्थानांतरण पूरा हो चुका है।
- हेडमास्टर्स और 25,000 महिला शिक्षकों (दूरी के आधार पर) और 2,000 शिक्षकों (पति की पोस्टिंग के आधार पर) के ट्रांसफर ऑर्डर जारी किए गए हैं लेकिन अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है ।
- कुछ शिक्षकों का समायोजन अभी चल रहा है, खासकर जिनके सर्विस रिकॉर्ड या विभागीय जांच लंबित हैं अभी कुछ कह पाना मुमकिन नहीं है ।
बिहार शिक्षा विभाग :- https://state.bihar.gov.in/educationbihar/CitizenHome.html
क्या है हाल के अपडेट्स
- 8 अप्रैल, 2025 तक ज्यादातर ट्रांसफर-पोस्टिंग ऑर्डर जारी हो चुके हैं।
- शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) एस. सिद्धार्थ वीडियो कॉल के जरिए स्कूलों की निगरानी कर रहे हैं।
- पटना हाईकोर्ट ने फरवरी 2025 में कुछ तबादलों पर रोक लगाई थी, लेकिन बाद में संशोधित नीति लागू हुई।
क्या है सॉफ्टवेयर-आधारित आवंटन
- ट्रांसफर के लिए एक विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग हो रहा है, जो निम्न मापदंडों के आधार पर पोस्टिंग तय करता है:
- रिक्त पद: स्कूलों में उपलब्ध शिक्षक पदों की संख्या के आधार पे ।
- छात्र-शिक्षक अनुपात: यह सुनिश्चित करना कि हर स्कूल में पर्याप्त शिक्षक हों उस के आधार पे ।
- दूरी: शिक्षक के घर से स्कूल की दूरी (महिलाओं के लिए 30-70 किमी, पुरुषों के लिए 50-100 किमी को प्राथमिकता)।
- प्राथमिकता श्रेणी: महिला, दिव्यांग, या विशिष्ट परिस्थितियों वाले शिक्षक पहले किया जाना ।
- सॉफ्टवेयर स्वचालित रूप से शिक्षकों को उनकी प्राथमिकता और इन मापदंडों के आधार पर स्कूल आवंटित करता है यह पूरी तरह से कंप्यूटराइज्ड है ।
क्या है चरणबद्ध प्रक्रिया
- पहला चरण: अंतर-जिला स्थानांतरण (Inter-District Transfer), जिसमें शिक्षकों को उनके गृह जिले या नजदीकी जिले में भेजा जा रहा है। यह चरण अप्रैल 2025 तक काफी हद तक पूरा हो चुका है मिली जानकारी के अनुसार ।
- दूसरा चरण: जिला-स्तरीय समायोजन (Intra-District Adjustment), जिसमें जिले के अंदर स्कूल आवंटन हो रहा है। यह अभी चल रहा है।
- तीसरा चरण: बाकी शिक्षकों का समायोजन, जैसे कि जिनके दस्तावेज लंबित हैं या जो विशेष श्रेणी में नहीं आते। यह मई-जून 2025 तक पूरा होगा ऐसा अनुमान लगाया जा रहा हौ ।
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