शेख हसीना बांग्लादेश की सबसे प्रभावशाली राजनीतिक नेता रही हैं और कई वर्षों तक प्रधानमंत्री के रूप में सत्ता में रहीं। और वर्तमान अंतरिम सरकार के बीच की तनावपूर्ण स्थिति इन दिनों काफी चर्चा में है। इस आर्टिकल में हम इसी विषय पर और भी जाने। अगस्त 2024 में बांग्लादेश में छात्र-नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों की एक बड़ी लहर देखी गई। इन विरोध प्रदर्शनों में 300 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई, जिसने देश में गंभीर अस्थिरता उत्पन्न कर दी।
शेख हसीना की वापसी और बांग्लादेश की राजनीति में उठा-पटक !
फिर से प्रधानमंत्री के रूप में वापस आ रही है शेख हसीना।
शेख हसीना को अगस्त 2024 में, बांग्लादेश में छात्र-नेतृत्व वाले हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से हटना दिया गया था। इन प्रदर्शनों में 350 से अधिक लोगों की मौत हुई थी, जिससे देश में अस्थिरता का माहौल बन गया था। इस विरोध के कारण शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया और भारत में शरण ली।
शेख हसीना के इस्तीफे के बाद, बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार का गठन हुआ। इस सरकार का उद्देश्य बांग्लादेश में नए लोकतांत्रिक संविधान का मसौदा तैयार करना और स्थिरता लाना था।
क्या कहा डॉ. रब्बी आलम ने ?
“शेख हसीना प्रधानमंत्री के रूप में वापस आ रही हैं। युवा पीढ़ी ने गलती की है , लेकिन यह उनकी गलती नहीं है; उन्हें गुमराह किया गया है। बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति गंभीर है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसमें हस्तक्षेप करने की ज़रूरत है।” उन्होंने कहा, ‘हम बांग्लादेश के सलाहकार को कहना चाहते हैं कि वो अपना पद छोड़ दें और वहीं वापस चले जाएं जहां से वो आए हैं. आप, डॉ यूनुस, बांग्लादेश के नहीं हैं. बांग्लादेश के लोगों को हमारा ये संदेश है कि शेख हसीना वापस आ रही हैं, वो प्रधानमंत्री के रूप में वापस आ रही है.’
PM मोदी को दिया धन्यवाद !
उन्होंने ने कहा ‘भारत में हमारे बहुत से नेता रह रहे हैं और हम इसके लिए भारत सरकार का धन्यवाद देते हैं. हमारी प्रधानमंत्री शेख हसीना को सुरक्षित आश्रय देने के लिए लोगों के प्रति भी कृतज्ञ हैं.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के कई अन्य नेताओं को भी भारत ने शरण दे रखा है। आलम ने शेख हसीना को शरण देने के लिए भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद भी दिया है।
खबर ये भी आ रहा कि बांग्लादेश ने भारत से नाराजगी जताई
इससे पहले छह फरवरी को बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने पूर्व पीएम शेख हसीना की ओर से किए गए झूठे और मनगढ़ंत बयानों पर भारत सरकार के साथ कड़ा विरोध दर्ज कराया था. मंत्रालय ने उन पर सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके अस्थिरता फैलाने का आरोप लगाया. ढाका में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त ने एक पत्र में बांग्लादेश की गहरी चिंता और निराशा जताई. मंत्रालय ने भारत से आग्रह किया कि वह हसीना को देश में रहते हुए ऐसे किसी भी तरह के बयान देने से रोकें.
Source to ANI : https://youtu.be/zU2Cf2B2_BI?si=cxkcoEO_OEjSFjM5