इज्जत से बड़कर कुछ नहीं है । Rules Of Respect

दोस्तों कहा जाता है कि बी योरसेल्फ नो यू शुड ऑलवेज ट्राई टू बेटर योरसेल्फ जैसे आप हैं अगर आप खुद ही उसमें खुश नहीं हैं तो फिर आपको कुछ ना कुछ कहीं ना कहीं पर बदलने की जरूरत तो है।  तो अपने आप को थोड़ा सा अपग्रेड करो.  जैसे आप हो वैसे मत रहो देखिए इस दुनिया में जितने भी इंसान हैं सभी इंसान गिनी चुनी चार से पांच चीजों के पीछे पूरी जिंदगी पागल रहते हैं.  पैसा प्यार दौलत और इज्जत आज हम बात करेंगे इज्जत के बारे में इज्जत के 15 से 20 ऐसे नियम में आपको बताऊंगा और यकीन मानिए आप मेरे स्टार्टिंग के पांच रूल्स को अप्लाई कर दीजिए अगर आपकी इज्जत पहले दिन से ही ना बढ़ गई ना मेरा चैनल अनसब्सक्राइब कर देना और कभी भी मेरा पोस्ट मत देखना हम डायरेक्टली पॉइंट पर आते हैं तो चलिए हम आप को उस नियम के बारे मे बताते है ।

सबसे पहला नियम

पहला नियम जब भी कोई कुछ बोल रहा हो तो उसकी बात को पूरे ध्यान से सुने बीच में बिल्कुल भी ना बोले । और ये भी मेक श्यर करें कि जब आप बोल रहे हो तो सामने वाला भी आपकी बात को पूरे अच्छे से सुने वो भी बीच में ना बोले देखिए जब भी आप सामने वाले की बात को बिल्कुल ध्यान से सुनते हो बीच में नहीं बोलते हो तो इससे आप एक मैच्योर इंसान
प्रतीत होते हो।  और आपकी जो रेस्पेक्ट है वो तुरंत ही बढ़ जाती है. सामने वाले की नजरों में आप या जाते है और यह बात भी ध्यान में रखना कि आपको ही नहीं सुनना है सिर्फ सामने वाले को मेक श्यर करें कि सामने वाला भी आपकी बात को पूरे अच्छे से सुने और बीच में ना बोले।जब भी किसी से बात करे उसकी आखों मे देख कर ही बात करे और अपने फेश पे हमेसा हल्का सा स्माइल जरूर रखे । अगर वो बार-बार आपको बीच में टोकता है आपकी बात नहीं सुनता है उसको सिर्फ बोलना है सुनना नहीं है ना तो ऐसे लोगों से तुरंत ही पत्ता कट कर लो यहां पर आपकी इज्जत बनेगी नहीं बल्कि बिगड़ेगी।

दूसरा नियम

दूसरा नियम जब भी कोई आपकी इंसल्ट करता है ना तो एकदम से रिएक्ट नहीं करने का बस साइलेंटली सामने वाले इंसान की आंखों में देखना है
आपको । और वो इंसान आपकी पावर को तुरंत ही नोटिस कर लेगा।  आपने देखा होगा कि जब नदी का जो जल होता है वो जब गहरा नहीं होता है तो बहुत आवाज करता है कल कल कल कल कल कल बहुत अच्छा लगता है।  लेकिन वो आवाज करता है लेकिन जब नदी का पानी गहरा हो जाता है तब वो शांत हो जाता है.  यानी कि जिस इंसान में जितनी ज्यादा गहराई है जितना ज्यादा नॉलेज है।  जितनी मैच्योरिटी है वो इंसान उतना ही ज्यादा शांत रहता है।  हर चीज पर बहुत ही ज्यादा रिएक्ट करना छोड़ दो शांत रहो लोग आपकी पावर को नोटिस कर लेंगे मैं बार-बार किसी चीज पर अगर जोर दे रहा हूं तो समझ
जाना कि वो रूल बहुत ही पावरफुल है। शांत मन मे बहुत पावर होता है । यह बात आप को तब समझ मे आएगी जब अप कुछ दिन शांत रह कर देखोगे शांत मन से हर चीज संभव है । अशांत मन से अप कुछ नहीं कर सकते है ।

तीसरा नियम

अब हम बात करते हैं तीसरे नियम के बारे में और तीसरा नियम है.  अपना जो पोस्चर है वो सही करें देखिए आपका जो पोस्चर है ना वो आपके फर्स्ट इंप्रेशन में बहुत ही बड़ा रोल अदा करता है।  तो अपना जो पोस्चर है वो आपको सही करना है सवाल आता है कैसे करना है भाई ये बता डायरेक्टली बताता हूं ।सबसे पहले आप जब भी खड़ा हो सीधा खड़ा हो अपने हाथों को जेब मे डाल कर खड़ा न हो . न ही अपने हाथों को बांध कर खड़ा हो ।  और जो पोस्चर है ना वो सही हो . जाएगा बस ये तीन चीजें आपको करनी है।  आईने के सामने जाकर के खड़े हो जाएं सीधे खड़े नहीं होना है आपको थोड़ा साइड में खड़े होना है उसके बाद में अपनी जो स्पाइन है पूरी जो ये रीड
की हड्डी इसको थोड़ा सा सीधा कर लें . अपने जो शोल्डर है उसको हल्का सा पीछे करें अपनी जो गर्दन है अगर बहुत ज्यादा आगे है तो उसको हल्का सा पीछे ले आए . ज्यादा नहीं करना है हल्का सा करना है बस यह हो गया आपका पोस्चर बिल्कुल सही ऐसे आपको खड़े रहना है ऐसे आपको चलना है जब भी आप चलते हैं तो थोड़ा सा स्पीड स्पीड में चलें।  अगर आप थोड़ा धीरे चलेंगे तो आप थोड़ा नर्वसनेस वाली फील कर सकते हैं।  लेकिन अगर आप थोड़ा फास्ट चलेंगे तो आपका जो कॉन्फिडेंस है वो बूस्ट होगा.  फास्ट चलें दोनों हाथ जेब के बाहर रखें बहुत कॉन्फिडेंस आता है उस चीज से लेकिन
अगर आप बहुत ज्यादा नर्वस फील कर रहे हैं तो आप अपना एक हाथ जेब में भी रख सकते हैं।  और कुछ इस तरह से आप चल सकते हैं । और जब भी आप खड़े हो ग्रुप में बात कर रहे हो अगर आप थोड़ा सा नर्वस फील कर रहे हैं तो अपने अपने हाथों को जेब में आप रख सकते हैं.  एक हाथ को भी रख सकते हैं दोनों हाथों को भी रख सकते हैं और नहीं रखोगे तो बहुत ही बढ़िया है.  लेकिन अपने नर्वसनेस को थोड़ा सा कम करने के लिए आप जेब में रख सकते हो ।

चौथा नियम

चौथा नियम जब भी आप नर्वस फील कर रहे हो.  तो यह सोचो कि इस दुनिया में जितने भी लोग हैं सभी इंसान है आपकी ही तरह वो भी सांस
लेते हैं.  वो भी सुबह वही काम करते है जो आप करते हो। उनकी भी दो आंखें हैं दो काने एक सब कुछ सेम है फर्क है सिर्फ कॉन्फिडेंस का 15 अगस्त 1947 को हम लोग आजाद हो गए थे।  किसी की गुलामी करने के लिए हम नहीं बने हैं।  याद रखिएगा इस बात को वो भी इंसान है हम भी इंसान हैं हम अपने ठाट बाट में जिएंगे हम जैसे भी हैं हम अपनी ठाट बाट में जिएंगे । आप जो काम कर रहे हो जो भी करने जा रहे हो आप सिर्फ अपने आप को देखिए लोग क्या कर रहे है वो आप को देख रहे है या नहीं देख रहे है उससे आप को कोई फ़र्क नहीं पड़ना चाहिए कोई मतलब नहीं होना चाहिए । बस यह अगर आप सोचोगे आपका कॉन्फिडेंस तुरंत ही बूस्ट हो जाएगा ।

पाँचवा नियम

पांचवां नियम अपनी इज्जत बढ़ाने के लिए आपको अपना कॉन्फिडेंस बढ़ाना होगा.  और कॉन्फिडेंस बढ़ाने के लिए आपको अच्छे कपड़ों में निवेश करना होगा मैंने देखा है
कई सारे लोग क्या करते हैं जल्दबाजी में पैसे वेस्ट करके आते हैं.  और अच्छे कपड़े लेकर के बिल्कुल भी नहीं आते हैं और कई लोग यह सोचते हैं कि मैं चार से पांच शर्ट्स ले लू ,
सिर्फ एक जोड़ी कपड़े ले 2000 में ले सिर्फ एक जोड़ी कपड़े ले लेकिन वो एक जोड़ी भी ऐसे हो कि वो लंबे टाइम तक टिके उनकी चमक बनी रहे।  और वो आपको कॉन्फिडेंस फील कराए उनकी क्वालिटी जबरदस्त हो ऐसे कपड़ों में आपको निवेश करना है । आप पूरे साल में मुश्किल से चार जोड़ी कपड़े ही पहनो लेकिन वो चार जोड़ी भी ऐसे हो कि अगर आप कोई भी इंसान
आपको उन कपड़ों में देख ले तो आपकी जो इज्जत है वो बनी रहे । वरना आप 50 जोड़ी कपड़े पहनोगे  50 के 50 लो क्वालिटी के कोई मजा नहीं है ना तो कलर अच्छे हैं ना उनका मटेरियल अच्छा है ना वो चलते हैं उनका कलर उड़ जाता है एक महीने में ही । आपको क्वालिटी में इन्वेस्ट करना है ना कि क्वांटिटी में।

छठा नियम

पॉइंट नंबर सिक्स स्पीक स्लोली आराम से बोलें धीरे बोलें।  हड़बड़ाहट में बोलने वालों की इज्जत कम होती है। जो आराम से बोलते हैं सोच समझ कर बोलते हैं आराम  दे कर के बोलते हैं उनकी इज्जत ज्यादा होती है। भले ही इनकी बॉडी बहुत अच्छी है लेकिन अगर उनके पास सही से बात करने का तरीका न हो तो उनकी कोई इज्जत नहीं होती है ।  कुछ की बॉडी बहुत अच्छी है कुछ की बॉडी नहीं भी है लेकिन ये बहुत ही आराम से बोलते हैं . शांत रहकर बोलते हैं.  और गहराई से बोलते हैं.  और इनकी जो इज्जत है वो एक अलग ही लेवल पर है. तो शांत रहकर बोलिए थोड़ा सा गैप देकर बोलिए सोच कर बोलिए और धीरे बोलिए। आप सभी ने देखा होगा जीतने भी बड़े -बड़े  नेता है या कोई बाद बिजनस मेन होता है वो अपनी बात को बहुत आराम के साथ बोलता है । और जो जितना कम बोलता है लोग उसको उतना ज्यादा सुनना पसंद करते है । ये बात हमेशा याद रखे आप को हमेशा आराम से बोलना है और सोच समझ कर बोलना है ।

सातवा नियम

सातवां नियम और सबसे ज्यादा इज्जत आपकी बढ़ेगी इस नियम से. और यह नियम यह कहता है कि अपनी कला में माहिर बने मैं फिर कह रहा हूं अपनी कला में माहिर बने जो इंसान अपनी कला में माहिर होता है उसकी दुनिया इज्जत करती है । विराट कोहली भी सचिन तेंदुलकर के आगे नतमस्तक होते हैं क्योंकि सचिन तेंदुलकर अपने वक्त के अपने खेल के महानायक रह चुके हैं तो।  सबसे ज्यादा इज्जत बन सकती है अपनी कला में माहिर बनके जो भी आपका काम है ना गोल रखें अपनी फील्ड का महा नायक बनने का किसी भी काम को करे पूरी लगन व मेहनत के साथ करे सिर्फ और सिर्फ उस काम पे ही फोकस करे जो काम आप कर रहे है ।

आठवा नियम

आठवां नियम अगर और भी ज्यादा इज्जत बढ़ानी है तो टी कांसेप्ट का यूज कीजिए क्या कहता है टी कांसेप्ट टी कांसेप्ट में आप देखोगे कि एक लाइन होती है हॉरिजॉन्टल एक लाइन होती है वर्टिकल वर्टिकल लाइन यानी कि ऊपर से नीचे तक यानी कि किसी भी एक फील्ड में आप गहराई तक जाएं उसके माहिर बन जाएं आपकी इज्जत बढ़ जाएगी उसके बाद में हॉरिजॉन्टल लाइन यानी कि बाकी जो फील्ड है आप हर फील्ड का थोड़ा-थोड़ा थोड़ा-थोड़ा नॉलेज लेते रहे उसमें भी आप पीछे ना रह जाएं अगर आप ये करते हैं तो आपकी जो इज्जत है वो बहुत बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी क्या मतलब इसका फॉर एग्जांपल विराट कोहली और एम एस धोनी ने किसी एक चीज में पूरी गहराई से महारत
हासिल कर ली है उसके बाद में आप देखोगे कि बाकी फील्ड में भी वह पीछे नहीं रहे हैं आप देखोगे उनकी कम्युनिकेशन स्किल उनकी इंग्लिश स्पीकिंग स्किल या  उनका कॉन्फिडेंस उनकी एक्टिंग । जो है उसकी वजह से वो बाकी फील्ड में भी थोड़ा-थोड़ा ना अलग ही लेवल पर चमके हैं उनका फैशन देखोगे उनकी बॉडी देखोगे उनकी बॉडी लैंग्वेज देखोगे उसकी वजह से भी लोग उनके कायल हैं विराट कोहली के यह बात आपको पता नहीं होगी शायद लेकिन यह बात सत्य है क्रिकेट के अलावा भी इन चीजों से उनकी इज्जत बहुत ज्यादा बनी है तो यह बात आप ध्यान में रखिए किसी एक चीज में गहराई से मास्टरी हासिल करना और बाकी फील्ड में थोड़ा-थोड़ा थोड़ा-थोड़ा नॉलेज हासिल करना उन स्किल में भी थोड़ा सा अच्छा होना तो वो स्किल जो है आपकी इस स्किल में बहुत ज्यादा हेल्प करेगी और इससे इज्जत कहां पहुंच जाएगी मैं तो कहता हूं आसमान फट जाएगा ।  इतनी इज्जत आपकी बन जाएगी ।

नंबर नाइन नियम

नंबर नाइन अपने आप पर हंसे. लॉफ एट योरसेल्फ यस अपने आप पर हंसी ये क्या हरकत है कि अपने आप पर ही हंस रहे सामने वाले इंसान को ये लगेगा कि इस इंसान को हर्ट करना बहुत ही मुश्किल है।  क्योंकि मैं क्या इसका मजाक बनाऊ ये बंदा खुद का ही मजाक बना के खुद ही हंस रहा है तो मैं क्या इसका मजाक बनाऊंगा.  सामने वाले इससे आपका
मजाक नहीं बनाते हैं मैं भी यही करता हूं मेरी जितनी कमियां है जहां पर मैं लोगों को हंसा सकता हूं मेरे साथ कुछ भी इंसीडेंस हुआ है. पास्ट में उन चीजों के बारे में लोगों को बता करके मैं लोगों को हंसा देता हूं तो मेरा वो क्या ही मजाक बनाएंगे वो मजाक बनाए उससे पहले मैं खुद अपना मजाक बना देता हूं. कुछ जगहों पर अपने दोस्तों में तो क्या मेरा मजाक बनाएंगे तो अपने आप पर हसीए इससे लोगों को लगता है कि आपको हर्ट करना बहुत ही मुश्किल है।  और याद रखना इसका मतलब ये बिल्कुल भी नहीं है कि आप हर जगह ही अपना मजाक बनवा लो ये रूल सिर्फ आपको अप्लाई करना है अपने दोस्त यारी में अपने जो सबसे क्लोज फ्रेंड है या फिर अपने जो रिश्तेदार फैमिली यहीं पर अप्लाई करना है. हर जगह भी अपना मजाक मत बना लेना ।

दसवा नियम

अब हम बात करते हैं 10वें नियम की। और 10वां नियम नौवें नियम का बिल्कुल अपोजिट है 10वां नियम यह कहता है कि।  कभी भी अपनी कमियां किसी को भी ना बताएं नवा नियम में तो हम बात कर रहे थे कि अपनी कमियां बताएं। अपना मजाक बनवा ले खुद ही अपने आप पर हसे तो 10वां नियम इसका एग्जैक्ट अपोजिट क्यों क्योंकि आचार्य चाणक्य ने कहा है कि अपनी कमियां कभी भी किसी को ना बताएं क्योंकि जब भी आप किसी को अपनी कमी बताते हो तो
स्टार्टिंग में तो ठीक लगता है लेकिन समय आने पर हो सकता है कि सामने वाला आपकी कमी का गलत फायदा उठा ले।

ग्यारवा नियम

11वां नियम यह कहता है कि।  हमें सिर्फ इज्जत पानी नहीं है बल्कि इज्जत देनी भी है।  अगर आप लोगों को वो देते हो जो वो चाहते हैं तो लोग भी आपको वो देंगे जो कि आप चाहते हो.  आप अगर सामने वाले से इज्जत चाहते हो तो आपको भी इज्जत देनी पड़ेगी . और हमारे केस में भी बिल्कुल वैसा ही है अगर मैं आपको वो दूंगा जो कि आप चाहते हो नॉलेज कंटेंट वैल्यू तो आप मुझे वो दोगे जो कि मैं चाहता हूं। क्योंकि मैं आपको वो दे रहा हूं जो कि आप चाहते हो। इज्जत देने से इज्जत कभी भी कम नहीं होती है और बड़ती है आप आप सभी से इज्जत पाना चाहते है तो आप को भी इज्जत देना सीखना पड़ेगा ।

बारवा नियम

बारवा नियम अपनी इज्जत बढ़ाने के लिए अपनी अवेलेबिलिटी कम कर दो।  प्रकृति खुद ही एग्जांपल देती है ना कि बारिश के दिनों में मैं देख रहा था एक महीने से एक महीने से लगातार बारिश हो रही थी बादल छाए हुए थे सूर्य नहीं मिल रहा था। सनलाइट नहीं मिल रही थी मजा ही नहीं आ रहा था लेकिन जैसे ही सन आया 31 वें दिन एक महीने बाद सभी लोग अपनी छत पर चले गए सभी लोग कपड़े सुखाने लग गए सभी लोग देख रहे सूरज को धूप का आनंद ले रहे थे। मैं भी चला गया क्यों क्योंकि सूरज ने अपनी अवेलेबिलिटी कम कर दी थी।  और जैसे ही वो 30 दिनों बाद निकला क्या आनंद आया क्या इज्जत बढ़ गई ना उसकी इसी तरीके से आप भी अपनी अवेलेबिलिटी कम कर दो जब काम पड़े तब निकलो बहुत कम टाइम के लिए लोगों के सामने आओ । आपकी जो इज्जत है वो बढ़ जाएगी ।जितना हो सके लोगों से काम से काम मिले अगर आप के पास है भी तो भी आप लोगों के सामने आने से बचे ।

तेरवां नियम

खुली किताब ना बन कर रहे अपनी पर्सनल लाइफ को प्राइवेट ही रखें ।अपना पैसा प्यार और जो आपके अंदर की कमियां है अपनी कुछ चीजें बहुत ज्यादा खास है उन चीजों के बारे में ज्यादा बात ना करें। और लोगों को ना थोड़ा कंफ्यूज होने दें. अगर लोग कंफ्यूज रहेंगे आपके पत्ते नहीं खुलेंगे तो लोगों की नजरों में पता नहीं क्या ही वो कंफ्यूज होते रहेंगे ।और आपकी जो इज्जत है वो उनकी नजरों में बढ़ेगी पत्ते खुलने के बाद में किसी का इंटरेस्ट नहीं रहता । भाई किसी का इंटरेस्ट नहीं बचता लेकिन पत्ते नहीं खुले हैं तो इंटरेस्ट बहुत रहता है।

नियम चौदह

14th पॉइंट अवॉइड अननेसेसरी गॉसिप फालतू के गप्पे लड़ाना बंद करें गप्पे लड़ाने में आनंद बहुत आता है।
इतना आनन्द  मिलता है। गप्पे लड़ाने में न्यूज पॉलिटिक्स पैसा प्यार दौलत इज्जत गाड़ी स्टॉक मार्केट अमीर गरीब इंडिया पाकिस्तान दुनिया भर की बातें करने में क्या मजा आता है. मैंने देखा है लोगों को चाय की टपरी प बैठ जाएंगे और दुनिया भर की बातें फेंकें और कोई उनकी बात को काट दे देखे आप उनकी बात को गलत साबित कर ही नहीं सकते ये सब बातों मे  बहुत मजा आता है । गप्पे लड़ाने में लेकिन आपको इससे थोड़ा सा बचना है।  हां अपनी दोस्त यारी में खूब बात करो  लेकिन हर जगह पर गप्पे लड़ाने मत बैठ जाना उनको थोड़ा अवॉइड करो । आप आज का अभी का ना सोच कर आप आगे का सोच के देखिए क्या आप जो आज कर रहे हो उसका आप को आगे क्या परिडाम मिलेगा दोस्तों ।

नियम पन्द्रह

15वां नियम अपनी गलती माने . बहाने बनाना बंद करें. जब भी कोई इंसान अपनी गलती मान लेता है तो दुनिया को यह लगता है कि यार ये इंसान नाजिम्मेदार है सारी जिम्मेदारी ये खुद पर लेता है खुद की गलती खुद मानता है । क्योंकि वो उसकी जिम्मेदारी थी और ऐसे लोगों की इज्जत की जाती है।  तो गलती अगर आपकी है तो आप उसे एक्सेप्ट कीजिए इज्जत का अगला नियम किसी के बारे में भी पीठ पीछे बुराइयां ना करें।  क्योंकि अगर सामने वाले भले नहीं बताते हैं लेकिन कुछ-कुछ बार ना आप जिसको बता रहे हैं आप जिसके बारे में बुराई कर रहे हैं ये इंसान उसको जाकर  के बता देता है । कि उसने तेरी बुराई करी है अगर उस इंसान को यह पता चल गया कि यार इस इंसान ने मेरी पीठ पीछे बुराई की है।  सामने तो बहुत अच्छा बोलता है तो आप ना हमेशा हमेशा के लिए गिर जाओगे उसकी नजरों में, आपको जो भी बोलना है जितनी भी बुराई करनी है उसके मुंह पर कर दो । पेठ पीछे बिल्कुल भी नहीं  पीठ पीछे वाले काम ना आप मत करिए । ये अच्छे लोगों को शोभा नहीं देते आप पीठ पीछे सामने वाले की तारीफ करिए जब उस इंसान को पता चलेगा कि इसने मेरी पीठ पीछे तारीफ की है आप दिल में बस जाओगे उस इंसान के

नियम सोलह

अगला नियम दुनिया भर में इज्जत पाने के लिए आपको किसी एक ग्रुप में अपनी पूरी इज्जत गवानी पड़ेगी । आपको थोड़ा सा मुर्ख रहना पड़ेगा सुल्तान मूवी का वो डायलॉग शायद आपको याद होगा कई बार  इज्जत कमाने के खातीर बेइज्जती करवानी भी बहुत जरूरी होती है । आपको अपनी लाइफ में कुछ ऐसे सर्कल रखने हैं ऐसे ग्रुप रखने हैं जहां पर सिर्फ सीनियर लोग होते हैं वो आपसे एज में भी बड़े हैं पैसों में भी बड़े हैं.  नॉलेज में भी बड़े हैं एक्सपीरियंस में बड़े हैं हर चीज में वो आपसे बड़े हैं उस ग्रुप में आप सबसे छोटे हो । हर चीज में आप सब सबसे मूर्ख इंसान हो उस ग्रुप में जितनी बेइज्जती आपकी हो सकती है कोई दिक्कत नहीं है।  क्योंकि उस ग्रुप में बेइज्जती होने से बाकी सभी ग्रुप में आपकी इज्जत रहेगी।  आप इतना सीखो उन लोगों से जिसकी कोई हद नहीं है।  मैं आपको अपनी बताता हूं मैं कुछ ऐसे ग्रुप्स में हूं मैं ऐसे लोगों के साथ में रहता हूं।  मैं कहीं पर भी जाता हूं ना वो सारे लोग मुझसे बड़े ही मिलते हैं हर चीज में वो मुझसे बड़े ही रहते हैं मैं इतना कुछ सीखता हूं ना उनसे मैं आपको बता नहीं सकता।  मेरे को मजा आता है भले मैं बहुत ही छोटा बन जाता हूं . वहां पर भले वो मेरी इज्जत नहीं करते मुझसे तू करके बात करते हैं.  कुछ भी बोल देते हैं मेरे को फर्क नहीं पड़ता है।  क्योंकि मुझे सीखने को मिल रहा है भाई कि वो मुझसे उम्र में डबल हैं पैसों में डबल हैं वो नाम इज्जत में डबल हैं तो उनको कितना कुछ पता है।  वहां पर मैं अपनी भले बेइज्जती करवा लूंगा लेकिन दुनिया के सामने फिर मेरी इज्जत जो है ना वो अलग लेवल पर जाएगी।  क्योंकि मैंने बहुत कुछ सीखा है ऐसे लोगों के बीच में रह कर।

नियम सत्तरह

 बी हंबल जब आप अपनी लाइफ में बहुत कुछ अचीव कर लेते हो ना और उसके बाद भी आप डाउन टू अर्थ रह करके जमीन से जुड़े हुए रहते हो।  और लोगों से पोलाइट बात करते हो उसके बाद में जो आपको इज्जत मिल सकती है।  ऐसा करके वो आपको कभी नहीं मिल सकती तो पहले तो आप लाइफ में बहुत सक्सेसफुल होइए
उसके बाद में बहुत हंबल रहिए, हर इंसान से इसी चीज का मैं आप सभी को एक एग्जांपल देता हूं। सर रतन टाटा बहुत अमीर है बहुत सारे लोग अमीर हैं लेकिन उनके हंबल नेचर की वजह से उनकी पर्सनालिटी की वजह से उनकी कितनी ज्यादा इज्जत की जाती है।  क्योंकि आप चाहे कितने भी बड़े लेवल पर क्यों ना पहुंच जाएं अगर आपने लोगों को अपनी औकात दिखा दी ना तो फिर लोग आपकी दिल से इज्जत नहीं करेंगे जब भी कोई इंसान मुझसे बहुत ही प्यार से बात करता है तो मैं अपनी सारी चीजें भूल जाता हूं।  कि मैं कौन हूं क्या हूं मेरे कितने फॉलोअर्स हैं मेरे पास कितना पैसा है ।  सब भूल जाता हूं मैं मुझे सिर्फ उसकी आंखों में प्यार दिखता है और जिंदगी का जो असली मजा है ना वो इस चीज में  है । कि आप बहुत ही पावरफुल इंसान हो लोग आपकी बहुत ही इज्जत करते हैं।  उसके बावजूद भी आप बहुत ही हबल रहते हो तो ।

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